करवा चौथ एक ऐसा त्योहार है जिसका विवाहित महिलाये पूरे साल इन्तेजार करती है। सुहागिन महिलाओ के इस सबसे खास त्योहार को हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन सुहागिन महिलाये अपने पति की लम्बी उम्र के लिए व्रत रखती है। इस त्योहार को ऐसी मान्यता है कि अगर इस दिन सुहागि महिलाये अपने पति के लिए व्रत रखती है। तो पति की उम्र लम्बी हो जाती है।
करवा चौथ का त्योहारा सुबह सूर्यादय से ही शुरू हो जाता है। इस दिन महिलाये सुबह उठकर अपना व्रत शुरू कर देती है। ये व्रत शाम को चांद निकलने तक जारी रहता है। फिर जब चांद निकल आता है तो चंन्द्रमा को अर्घ्य देने के बाद अपने पति के हाथ से पानी पीने के बाद ही उनका व्रत खत्म होता है। अगर आपको इस साल के करवा चौथ की तारीख नही पता है तो इस लेख को पूरा जरूर पढे। इस लेख में हम आपको बताने वाले है कि इस साल करवा चौथ कौन सी तारीख को होने वाला है।

करवा चौथ कब है 2023
इस साल करवा चौथ 1 नवंबर को होने वाला है। करवा चौथ की खास बात ये है कि इस दिन विवाहित लडकिया शाम को करवा माता और गणपति की पूजा करती है। इसके अलावा इस दिन चन्द्रदेव को अर्घ्य दिया जाता है। करवा चौथ को लेकर ये खास जानकारी आपको जरूर पता होनी चाहिए।
- करवा चौथ व्रत समय – सुबह 06:36 – रात 08:26
- करवा चौथ पूजा मुहूर्त – शाम 05.44 – रात 07.02 (1 नवंबर 2023)
- चांद निकलने का समय – रात 08:
- 26 (1 नवंबर 2023
करवा चौथ क्यों मनाते हैं (Karwa Chauth Significance)
सुहागिन महिलाओ के लिए इस करवा चौथ के दिन की शुरूआत सुरगी खाकर व्रत रखकर होती है। इसके बाद महिलायो को इस पूरे दिन व्रत में रहना होता है। इस दिन विवाहित महिलाये अपने पति के लिए 16 श्रंगार करती है। करवा चौथ को लेकर मान्यता ये है कि इस दिन माता पार्वती के लिए, द्रौपदी ने पाडंवो के लिए करवा चौथ का व्रत रखा था। इस त्योहार को लेकर मान्यता ये है कि इस दिन व्रत रखने पर महिलाओ को अखंड सौभाग्यशाली रहने का वरदान मिलता है। करवा चौथ पर व्रत रखकर उनके सुहाग की सदा रखा होती है। इससे एक विवाहित जोड़े के जीवन में खुशहाली आती है।

इशात जैदी एक लेखक है। इन्होने पत्रकारिता की पढाई की है। इशात जैदी पिछले कई सालों से पत्रकारिता कर रहे है। पत्रकारिता के अलावा इनकी साहित्य में भी गहरी रूचि है।