आज इस लेख मे हम आपको क्रिकेटर प्रवीण ताम्बे की कहानी सुनाने वाले है।
क्रिकेट को लेकर ज्यादातर लोगो को लगता है कि ये यंग लोगो का खेल है। एक उम्र के बाद क्रिकेट में आगे नही बड़ा जा सकता है। अगर आप भी ऐसा सोचते हो तो आपको प्रवीण तांबे के बारे में जरूर जाना चाहिए प्रवीण तांबे एक ऐसा क्रिकेटर है जिसने 41 साल की उम्र में पहली बार किसी बड़े क्रिकेट टूर्नामेंट में हिस्सा लिया। जब उन्होंने आईपीएल का अपना पहला मैच खेला था। तब उनकी आयु 41 साल की थी आज हम आपको इंडियन क्रिकेट के उस उम्र दराज क्रिकेटर के बारे में बताने वाले हैं जिसने अपने सपनों को अपनी उम्र के बीच में नहीं आने दिया ।
आपको शायद हमारी बात पर यकीन ना हो लेकिन एक क्रिकेटर ऐसा है जो उम्र की हर सीमा को तोड़कर अपने खेलने की जिद की बदौलत 41 साल की उम्र में आईपीएल जैसे बड़़े टूर्नामेंट का हिस्सा बना। हम बात कर रहे है प्रवीण तांबे की। प्रवीण तांबे भारतीय क्रिकेटर है। प्रवीण तांबे जब पहली बार 2013 में आईपीएल की एक टीम राजस्थान रायल्स में चुने गये तो उनकी उम्र 41 साल थी। प्रवीण ने इससे पहले कभी कोई बड़ा टूर्नामेंट नही खेला था। लेकिन 41 साल का होने के बाद भी उन्होने आईपीएल के अपने पहले सीजन में ही कमाल का प्रर्दशन करके ये साबित कर दिया कि अगर जिन्दगी में कुछ करने की चाह हो तो उम्र की आपके रास्ते का काटा नही बनती। आज इस लेख में हम आपको भारत के इसी कमाल के क्रिकेटर के बारे में विस्तार से बताने वाले है।
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क्रिकेटर प्रवीण ताम्बे की कहानी
उम्र बढ़ने के बावजूद जिन्दगी की पिच पर टिक कर खेलने वाले प्रवीण तांबे का जन्म 8 अक्टूबर 1971 को मुंबई के एक बेहद ही साधारण परिवार में हुआ था। प्रंवीण ताबे का परिवार इतना गरीब था कि उनके पास रहने के लिए एक घर भी नही था। वो अपने परिवार के साथ चौल में रहा करते थे। प्रंवीण तांबे की मां का नाम ज्योति तांबे और पिता का नाम विजय तांबे है। बचपन से ही प्रंवीण को क्रिकेल खेलना काफी ज्यादा पसन्द था और वो अपने मौहल्ले में ही अपने दोस्तो के साथ गली क्रिकेट खेला करते थे। क्रिकेट खेलने की वजह से उन्हे अपनी मां की काफी ज्यादा डांट भी पड़ती थी। आपको बता दे कि प्रंवीण के पिता को भी क्रिकेट खेलना काफी पसन्द था। वो जब भी क्रिकेट खेलने जाते थे तो अपने बेटे को भी अपने साथ ले जाते है। अपने पिता को खेलते देखकर ही प्रंवीण तांबे के अन्दर बचपन से ही ये भाव पैदा हो गया था कि बड़े होकर उसे भी एक क्रिकेटर बनना है।

प्रवीण तांबे का परिवार बहुत गरीब था। उनका एक बड़ा भाई था जिसने पढ़ लिखकर नौकरी करना शुरू कर दिया था। प्रवीण को तो अपनी जिन्दगी में सिर्फ क्रिकेट खेलना था इसलिए उन्होने अपने परिवार वालो से साफ कह दिया था कि वो सिर्फ उसी कम्पनी में काम करेंगे जो क्रिकेट खेलती होगी। प्रवीण को पढाई लिखाई में कोई खास रूचि थी भी नही। वो तो सिर्फ क्रिकेट खेलना चाहते थे। काफी समय तक नौकरी को लेकर भटकने के बाद उन्होने एक ऐसी कम्पनी में काम करने का मौका मिल गया जिसकी अपनी टीम भी थी। इस कम्पनी ने प्रंवीण को क्रिकेट खेलने का खुब मौका दिया। 1994 से लेकर 2004 तक वो ओरिएंट शिपिंट टीम का हिस्सा भी रहे।
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प्रंवीण ताबे शुरूआत में एक ऐसे तेज गेदबाज थे जो बल्लेबाजी करना भी जानता है। लेकिन जब वो ओरिएंट शिपिंग में शामिल हुए तो इस टीम के कप्तान अजय कदम ने उन्हे सलाह दी कि वो तेज गेंदबाजी ना करके लेग स्पिन गेदबाजी करे। शुरूआत में तो प्रवीण ने अपने कप्तान की सलाह को नजरअंदाज कर दिया लेकिन बाद में जब उन्होने स्पिन गेंदबाजी करना शुरू की तो उन्हे अपनी स्पिन से बहुत ज्यादा सफलता मिली। इसके बाद प्रवीण ने कभी पीछे मुड़कर नही देखा।

प्रवीण तांबे( क्रिकेटर प्रवीण ताम्बे की कहानी) लगातार अपनी क्रिकेटिंग स्किल को निखार रहे थे। उनका सपना मुंबई की रणजी टीम में शामिल होने का था। लेकिन उनके इस सपना तब धुंधला हो गये जब 2004 में आरिएंट शिपिंग ने अपना कारोबार बन्द कर दिया। ओरिएंट शिपिंग के बन्द होने के साथ ही इसकी क्रिकेट टीम भी निरसत हो गई। अब तांबे ( क्रिकेटर प्रवीण ताम्बे की कहानी) के पास ना ही कोई नौकरी थी और ना ही कोई क्रिकेट टीम जिसके साथ वो खेल सकते थे। इस दौरान उन्हे अपना घर का खर्चा चलाने के लिए कई छोटी मोटी नौकरिया भी करनी पड़ी। काफी समय तक किसी तरह अपना घर का खर्चा चलानके के बाद प्रवीण तांबे को डीवाई पाटिल स्टेडियस की टीम के साथ काम करने का मौका मिला। इस दौरान वो हफ्ते में 5 दिन काम करते थे और शनिवार और रविवार को क्लब में क्रिकेट खेला करते थे। मुबई क्लब क्रिकेट एसोसिएशन में खेलते हुए उन्होने बहुत मेहनत की लेकिन उनकी उम्र हमेशा उनके सिलेक्शन के बीच में आती रही। सिलेक्टर्स को उनका खेल तो काफी पसन्द था लेकिन एक उम्र दराज खिलाड़ी को वो रणजी टीम का हिस्सा नही बनाना चाहते थे।
जब प्रवीण तांबे को आईपीएल में खेलने का मौका मिला
प्रवीण ताबे की जिन्दगी में सबसे बड़ा और अहम मोड़ तब आया जब उनके पास राहुल द्रविड का कॉल आया। क्रिकेट खेलने को लेकर प्रवीण के अंदर जो जिद थी उसे देखकर राहुल प्रवीण तांबे से काफी ज्यादा प्रभावित हुए और उन्हे सीधे आईपीएल में अपनी टीम राजस्थान रायल्स की तरफ से खेलने का ऑफर दे दिया। प्रवीण तांबे को तो बस एक बड़े मौके की तलाश थी। अपने पहले ही आईपीएल मैच में हैट्रिक लेकर उन्होने साबित कर दिया कि वो कितने उम्दा खिलाड़ी है। प्रवीण ने आईपीएल में जब अपना पहला मैच खेला था तब उनकी उम्र 41 साल थी। अपने पहले ही मैच में कमाल करने के बाद उन्होने कभी पीछे मुड़कर नही देखा। अपने खेल के दम पर वो लगातार आईपीएल का हिस्सा बने रहे। बाद में आईपीएल में अपने प्रर्दशन के दम पर उन्हे रणजी में भी खेलने का मौका मिला।
Pravin Tambe personal Life
प्रवीण तांबे की पत्नी का नाम वैशाली तांबे है। प्रवीण तांबे ने शादी से पहले ही अपनी पत्नी के सामने ये शर्त रख दी थी कि क्रिकेट हमेशा उनका पहला प्यार रहेगा। प्रवीण तांबे का 13 साल का एक बेटा और 6 साल की एक बेटी भी है। प्रवीण के बेटे का कौशल तांबे है। फिलहाल प्रवीण तांबे 51 साल के हो चुके है और परिवार के साथ एक सुखी जीवन जी रहे हैं।
Pravin Tambe Net Worth
प्रवीण तांबे ने आज जो कुछ भी हासिल किया है वो उनकी मेहनत और लगन का नतीजा है। उनकी पास कुल सम्पत्ति कितनी है ये तो किसी को भी ठीक से नही पता लेकिन एक आकलन के अनुसार उनके पास इस वक्त 1 मिलियन से अधिक सम्पत्ति है।
Pravin Tambe IPL Career | प्रवीण तांबे का आईपीएल करियर
प्रवीण तांबे ने अपना पहला आईपीएल मैच 2013 में खेला था। अपना पहला आईपीएल मैच उन्होने राजस्थान रायल्स की तरफ ये खेला था।
· राजस्थान रायल्स ने उन्हे पहली बार 2013 में 10 लाख रूपये में खरीदा था।
· प्रवीण तांबे की सबसे बड़ी आईपीएल डील गुजराज लाइन्स के लिए हुई है। गुजराज लाइन्स ने उन्हे 20 लाख में खरीदा था।
· प्रवीण तांबे ने राजस्थान रायल्स की तरफ से खेलते हुए कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ हैट्रिक भी ली है।
· प्रवीण तांबे साल 2014 में आईपीएल में दो बार मैच ऑफ द मैच रह चुके हैं।
· प्रवीण तांबे कुल 33 आईपीएल मैच खेले है जिनमे से तकरीबन 26 उन्होने राजस्थान रायल्स के लिए खेले है।
· प्रवीण तांबे अपने 33 आईपीएल मैचो में 28 विकेट ले चुके हैं।
· प्रवीण तांबे 2017 में सनराइजर्स हैदराबाद का हिस्सा थे लेकिन इस सीजन में उन्हे एक भी मैच खेलने का मौका नही मिला था।
· हुल द्रविड़ और पैडी अप्टन ने उन्हें रह दिखाई और उनका मार्गदर्शन किया।
Pravin Tambe Domestic Career | प्रवीण तांबे का घरेलू क्रिकेट करियर
- आईपीएल खेलने के छ महीने बाद प्रवीण तांबे को रणजी में खेलने का भी मौका मिला।
- उन्होने अपना पहला रणजी मैच 2014 में मुबई की टीम की तरफ ओडिशा की टीम के खिलाफ खेला था।
- अपनी पहले ही रणजी मैच में उन्होने ओडिशा के दोनो सलामी बल्लेबाजो को आउट कर दिया था।
- प्रवीण तांबे ने अपना पहला ए लिस्ट मैच 2017 में गुजरात के खिलाफ विजय हजारे ट्रॉफी में खेला था। उन्होने इस मैच में चिराग परामार और जसप्रीत बुमराह के विकेट लिये थे।
- उनकी लिस्ट ए की शुरुआत 2017 में गुजरात के खिलाफ विजय हजारे ट्रॉफी के खेल में हुई थी। उन्होंने इस खेल में चिराग परमार और जसप्रीत बुमराह के विकेट लिए थे।
Pravin tambe records | प्रवीण तांबे की उपलब्धियां
- प्रवीण तांबे चैपियन लीग टी-20 में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेदबाज है। 2013 में उन्होने चैपियन लींग में 5 मैचो में 12 विकेट लिये थे।
- प्रवीण तांबे आईपीएल में खेलते हुए हैट्रिक ले चुके है। आईपीएल में जिस मैच में उन्होने हैट्रिक ली थी वो उन्होने कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ खेला थो
- तांबे 10 ओवर के मैच में हैट्रिक लेने वाले पहले खिलाड़ी है।
pravin tambe biopic | प्रवीण तांबे बायोपिक
प्रवीण तांबे की जिन्दगी इतनी ज्यादा शानदार रही है कि उनकी जिन्दगी पर बेस्ट एक फिल्म भी बनी है। ये फिल्म 1 अप्रैल 2022 को डिज्नी + हॉटस्टार पर रिलीज भी हो चुकी है। इस फिल्म में श्रेयस तलपड़े ने प्रवीण तांबे की भूमिका निभाई है। अगर आप प्रवीण तांबे के जिन्दगी के बारे में करीब से जानना चाहते है तो इस मूवी को देख सकते हैं।
FAQ about pravin tambe
क्या प्रवीण तांबे कभी इंडियन क्रिकेट टीम का हिस्सा रहे है।
नही प्रवीण तांबे कभी इंडियन क्रिकेट टीम का हिस्सा नही रहे हैं।
प्रवीण तांबे ने क्रिकेट खेलना किस ऐज में शुरू कर दिया था।
प्रवीण तांबे ने यू तो काफी कम एज में क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था लेकिन उन्हे पहला बड़ा मौका तब मिला जब वो 41 साल के हो चुके थे।
प्रवीण तांबे के बेटे का नाम क्या है
प्रवीण तांबे के बेटे का नाम कौशल तांबे है
क्या प्रवीण तांबे ने रिटायरमेंट ले लिया है
प्रवीण तांबे ने यू तो 2018 में अबू धाबी टी-10 क्रिकेट लीग के दौरान क्रिकेट से सन्यास लेने की बात की थी। लेकिन वो अब भी किसी ना किसी लीग में क्रिकेट खेलते रहते थे।
क्या प्रवीण तांबे अब भी आईपीएल खेलते है
प्रंवीण तांबे ने अपन आखिरी मैच 2016 में 46 साल की उम्र में खेला था। उसके बाद से उन्होने कभी कोई आईपीएल मैच नही खेला।
क्या प्रवीण तांबे 2022 में भी आईपीएल आक्शन का हिस्सा थे
नही प्रवीण तांबे आईपीएल आक्शन-2022 का हिस्सा नही थे।
प्रवीण तांबे कौन है
प्रवीण तांबे एक क्रिकेटर हैं।

इशात जैदी एक लेखक है। इन्होने पत्रकारिता की पढाई की है। इशात जैदी पिछले कई सालों से पत्रकारिता कर रहे है। पत्रकारिता के अलावा इनकी साहित्य में भी गहरी रूचि है।
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