मीराबाई चानू की कहानी | mirabai chanu story in hindi

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मीराबाई चानू की कहानी (जीवन,राज्‍य,कैरियर,खेल, मेडल) mirabai chanu story in hindi (life,state,carrier,sport,medal)

टोक्‍यो ओलंपिक में भारत की तरफ से शानदार प्रर्दशन करके देश को रजत पदक दिलाने वाली वेटलिफ्टर मीराबाई चानू की चर्चा आज पूरे देश में हो रही है। टोक्‍यो ओल‍ंपिक में मेडल जीतकर मीराबाई चानू देश की पहली महिला वेटलिफ्टर बन गई है जिन्‍हे ओलंपिक में मेडल जीतने का कारनामा किया है। वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिता में ओलंपिक में मेंडल जीतने वाली वो दूसरी वेटलिफ्टर है।

इससे पहले 2000 में कर्णम माहेश्वरी ही एकमात्र ऐसे वेटलिफ्टर है जो ओलंपिक में भार की तरफ से मेडल जीत पाये थे। एक बेहद ही साधारण परिवार में पैदा होने वाली मीराबाई चानू जिन्‍दगी की तमाम चुनौतियों को पार करते हुए आज उस मुकाम पर पहुंच गई है जहां पहुंचने का सपना हर खिलाडी का होता है। आईये एक आम लडकी से ओलंपिक मेडल विजेता बनने वाली इस चैपिंयन खिलाडी की जिन्‍दगी के बारे में विस्‍तार से चर्चा करते है।

मीराबाई चानू की कहानी

मीराबाई चानू का जीवन परिचय

मीराबाई चानू का जन्‍म 8 अगस्‍त 1994 में मणिपुर के एक छोटे से गांव में हुआ था। उनका गांव मणिपुर की राजधानी इम्‍फाल से 100 किलोमीटर की दूरी पर है। जहां वो रहती थी वो एक ऐसा गांव था जो किसी तरह की कोई सुविधा नही थी। उनके  घर में लकडिया जलाकर खाना बनता है। वो अपने गांव से बहुत दूर किसी जंगल से लकड़ी काटकर अपने घर में लाया करती थी।

एक बार जब वो अपने भाई के साथ जंगल से लकडी काटकर अपने घर ला रही थी। तो उनके भाई ने देखा कि वो अपने सर पर कई किलों की लकडियों का भार आसानी से उठाकर अपने घर की तरफ चलती जा रही है। उनके भाई को ये देखकर काफी ज्‍यादा आश्‍चर्य हुआ। तभी से ही उनका भाई उन्‍हे वेटलिफ्टिग की तरफ जाने के लिए प्रेरित करने लगा।

गांव में कोई ट्रेनिंग सेन्‍टर नही था 

मीराबाई चानू के गांव में कोई ट्रेनिंग सेन्‍टर नही था। वो अपनी प्रेक्टिस करने के लिए अपने गांव से 40-50 किलोमीटर दूर जाया करती थी। जब वो अपने गांव में थी तो बॉस की मदद से वेटलिफ्टिग किया करती थी।

मीराबाई चानू जब स्‍कूल में पढा करती थी तो वो एक आर्चर बनना चाहती थी। लेकिन कक्षा 8 में उन्‍होने अपनी किताब में उन्‍होने वेटलिफ्टर कुजंरानी के बारे में पढा। कुंजरानी भी इम्‍फाल की थी जिन्‍होने वेटलिफ्टिग में ओलंपिक तक का सफर तय किया है। कुंजरानी की कहानी ने मीराबाई को बहुत ज्‍यादा प्रभावित किया। उनकी कहानी पढने के बाद मीराबाई ने अपने पूरा फोकस वेटलिफ्टिग पर डाल दिया। वो दिन रात मेहनत करने लगी।

मीराबाई को वेटलिफ्टिग की दुनिया में पहली बडी सफलता तब मिली उन्‍होने 2014 के ग्लास्‍गो कॉमनवेल्‍थ गेम्‍स में 48 किलों भारवर्ग में सिल्‍वर मेडल जीता। इसके बाद उन्‍होने 2017 के वर्ल्‍ड वेटलिफ्टिग चैंपियनशिप में भी शानदार प्रर्दशन किया।

2018 में हुए कॉमनवेल्‍थ गेम्‍स में भी मीराबाई चानू ने शानदार प्रर्दशन किया था। कॉतनवेल्‍थ गेम्‍स में गोल्‍ड मेडल जीतकर उन्‍होने अपने इरादे दुनिया को जता दिये थे।

मीराबाई का प्रर्दशन लगातार निखरता जा रहा था लेकिन 2016 में रियों ओलंपिक में भारत को मेडल दिलाने में नाकाम रही थी। इस ओलंपिक में उनका प्रर्दशन बेहद निराशाजनक रहा था। लेकिन कभी हार ना मानने के उनके जज्‍बे ने उन्‍हे इस असफलता से जल्‍द ही उबार दिया। उन्‍होने ऐशियन चैंपियनशिप में 49 किलो भारवर्ग में कास्‍य जीतकर टोक्‍यो का टिकट हासिल कर लिया।

टोक्‍यो ओलंपिक में 49 किलो भारवर्ग में उन्‍होने शानदार प्रर्दशन किया। उन्‍होने इस कैटेगिरी में स्‍नैच ईवेंट में 87 किलों का भार उठाया। क्‍लीन एंड जर्क ईवेंट में उन्‍होने 115 किलो का भार उठाकर खिताब अपने नाम कर लिया। इस तरह उन्‍होने कुल 202 किलो भार उठाकर इतिहास रच दिया। आज पूरा देश मीराबाई चानू पर गर्व कर रहा है।
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मीराबाई चानू के मेडल

  • 2018 में कॉमनवेल्‍थ गेम्‍स में गोल्‍ड मेडल
  • ऐशियन चैपिंयनशिप में  कॉस्‍य मेडल
  • 2014 में ग्‍लास्‍गो कॉमनवेल्‍थ गेम्‍स में सिल्‍वर मेडल
  • 2021 में रियो ओलंपिक में रजत पदक
  • 2022 में बर्मिंघम कॉमनवेल्‍थ गेम्‍स में गोल्‍ड मेडल

बर्मिघम कॉमनवेल्‍थ गेम्‍स 2022 में मीराबाई चानू ने जीता गोल्‍ड मेडल

मीराबाई चानू ने देश के लिए एक और गोल्‍ड मेडल जीत लिया है। मीरा बाई ने Birmingham Commonwealth Games 2022 में 49 किलाग्राम भारवर्ग में कुल 201 किलो का वजन उठाकर इस कॉमनवेल्‍थ में भारत को पहला गोल्‍ड मेडल जिता दिया है। मीरा बाई चानू की इस जीत के बाद देश भर से उनके लिए बधाईयो के संदेश आ रहे है। देश के पीएम नरेन्‍द्र मोदी ने उन्‍हे इस जीत पर बधाई दी है।

देश की राष्‍ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने भी दी बधाई

देश की मौजूदा राष्‍ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने भी मीरा बाई चानू की इस जीत पर उन्‍हे बधाई दी है। राष्‍ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने मीराबाई चानू को बधाई देते हुए एक ट्वीट किया है। अपने इस ट्वीट में उन्‍होने लिखा है कि भारत के लिए उनके पहले स्‍वर्ण पदक ने पूरे देश को खुश होने का मौका दिया।

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मीराबाई चानू किस खेल से सम्‍बिन्‍धत है

मीराबाई चानू एक वेटलिफ्टर है

मीराबाई चानू ने ओलंपिक में कौन सा पदक जीता है

मीराबाई चानू ने ओलंपिक में रजत पदक जीता है।

मीराबाई चानू ने अभी हाल ही में कौन सी बड़ी उपलब्धि हासिल की है

मीरा बाई ने Birmingham Commonwealth Games 2022 में 49 किलाग्राम भारवर्ग में कुल 201 किलो का वजन उठाकर इस कॉमनवेल्‍थ में भारत को गोल्‍ड मेडल जिताया है।

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