blind movie review in hindi,सोनम कपूर की अभी हाल ही में रिलीज होने वाली फिल्म ब्लॉइंड एक कोरियाई फिल्म की रीमेक है। इस फिल्म की एक रीमेक तमिल भाषा में भी बन चुकी है। इस फिल्म के जरिये सोनम कपूर बहुत दिनो के बाद फिल्मो की दुनिया में वापसी कर रही है। सोनम की ये फिल्म 2011 में कोरियन फिल्म् ब्लाइंड की हिन्दी रीमेक है। सोनम कपूर की फिल्म ब्लाइंड जियो सिनेमा पर रिलीज हुई है जिसे आप एकदम फ्री में देख सकते है।
blind movie review in hindi
ब्लाइंड फिल्म की कहानी स्काटलैंड में रहनी वाली जिया नाम की एक पुलिस आफिसर के ईदगिर्द घूमती है। जिया का भाई एक शराबी है। एक दिन जिया अपने भाई को पब से अपनी कार में वापस ले जा रही होती है तभी उसकी कार का एक्सिडेंट हो जाता है। इस हादसे में जिया के भाई की मौत हो जाती है। जिया की आंखो की रौशनी चली जाती है। जिया अपने भाई की मौत का जिम्मेदार अपने आप को मानती है।
जिया को अपने आगे की जिन्दगी एक अंधी के रूप में काटनी है। वो अपने अंधेपन को अपनी जिन्दगी का हिस्सा मानकर दोबारा से जीने की कोशिश करने लगती है। तभी शहर में एक ऐसे किडनैपर की दहशत फैलने लगती है जो लडकियो का किडनैप कर रहा है। एक रात जब जिया अपनी मां से मिलने के बाद आती है तो उसे ये अहसास होने लगता है कि कैब का ड्राइवर ही वो किडनैपर को लडकियो को अपना निशाना बना रहा है। इसके बाद जियो उस किडनैपर के पीछे पड़ जाती है। जिया उस किडनैपर तक कैसे पहुचती है। यही इस फिल्म की कहानी है।
फिल्म ‘ब्लाइंड’ में जिया का किरदार सोनम ने निभाया है। रियल कोरियन फिल्म में ये किरदार किम हा-नेउल ने निभाया था। अगर आपने वो कोरियन फिल्म देखी है तो आपको पहले से ही पता चल जायेगे कि इस फिल्म में आगे क्या होने वाला है। ये फिल्म उस कोरियन फिल्म की हूबहू नकल है।

फिल्म में विलेन की भूमिका पूरब कोहली ने निभाई है। इस फिल्म का विलेन लडकियो का किडनैप कर उनका रेप करने के बाद उन्हे बेरहमी से मार देता है। वो एक मनोरोगी है। मनोरोगी होने के अलावा वो एक स्त्री रोग विशेषज्ञ भी है। फिल्म में विलेन का लडकियो को मारने के पीछे का मोटिव को बताने की बिल्कुल भी कोशिश नही की है। फिल्म के डायरेक्टर शायद इस बात को भूल गये फिल्म की पृष्ठभूमि स्कॉटलैड है। जो कि इस फिल्म को थोडा सा कमजोर बनाती है। इस फिल्म को आसानी भारतीय पृष्ठिभूमि में ढालकर भी बनाया जा सकता है। ऐसा बात नही नही कि इस फिल्म के निर्माता को सस्पैंस थ्रिलर फिल्मो को बनाना नही आता है। इस फिल्म के निर्माता ने ही बदला और कहानी जैसी उम्दा फिल्मे बनाई है।
ब्लाइंड फिल्म की कहानी इसके निर्देशन शोम मखीजा ने खुद लिखी है। ये फिल्म जैसे जैसे आगे बढती है। इसके किरदार और इसकी कहानी घिसी पिटी सी मालुम देने लगत है। फिल्म की एडिटिग भी कुछ खास नजर नही आती है। फिल्म में संगीत भी कुछ खास नही है। फिल्म के कुछ गाने काफी बेझिल से मालुम पड़ते है। सोनम कपूर की एक्टिग फिल्म में कुछ जान डालने की कोशिश करती है। लेकिन कमजोर पटकथा के चलते वो भी खास इम्पैक्ट नही डाल पाती है।
फिल्म में पुलिस इंस्पेकर पृथ्वी खन्ना में किरदार में विनय पाठक ने अच्छा प्रभाव छोड़ा है लेकिन उनके किरदार को बेमतलब में अचानक ही खत्म कर दिया गया। मनोरोगी हत्यारे की भूमिका में पूरब कोहली शुरुआत में थोड़ा सरप्राइज पैकेज की तरह लगते हैं। लेकिन बाद में उनका किरदार भी थोड़ा अधूरा अधूरा सा लगने लगता है। फिल्म ऐसे मोड़ पर आकर खत्म होती है जहां पर इसकी कहानी अधूरी सी लगती है।
डायरेक्शन और राइटिंग
इस फिल्म को शोम मखीजा ने डायरेक्ट किया है। फिल्म के प्रोड्यूसर सुजॉय घोष है। सुजाॅॅय घोष इससे पहले भी कुछ बेहतरीन सस्पैंस और थ्रिलर फिल्म बना चुके है। लेकिन इसके बाद भी वो फैंस की उम्मीदो को पूरा नही कर पाती। इस कहनी में थ्रिलर तो आपको देखने को मिलेगा लेकिन फिल्म में सस्पैंस लगभग ना के बराबर है। इस फिल्म की एक कमजोर कडी ये है कि इस फिल्म का स्क्रीनप्ले काफी कमजोर है। इस फिल्म की एक कमजोरी ये भी है कि फिल्म में काफी ज्यादा अग्रेजी का इस्तेमाल किया गया है। इन्ही सभी वजहो से फिल्म का मजा काफी कमजोर हो जाता है। इन सभी तरह की खामियो के बाद भी ये फिल्म आपको बिल्कुल भी बोर नही करती है। आप इस फिल्म को एक बार जरूर देख सकते है।

एक्टिंग
अगर इस फिल्म में काम करने वालो कलाकारो की एक्टिग की बात की जाये तो इस फिल्म में सभी कलाकारो ने शानदार काम किया है। फिल्म में सबसे ज्यादा दमदार एक्टिग सोनम कपूर की है। सोनम ने अंधी लडकी का किरदार काफी अच्छे ढंंग से प्ले किया है। इसके अलावा एक पुलिस आफिसर के किरदार में विनय पाठक ने भी काफी शानदार काम किया है। इसके अलावा फिल्म में पूरब कोहली की एक्टिग भी तारीफ करने लायक है। पूरब ने फिल्म में विलेन के किरदार को काफी अच्छे तरीके से निभाया है।
सिनेमेटोग्राफी और टेक्निकल
इस फिल्म को देखकर आपको थोडा सा डर लगेगा। इसका श्रेय पूरी तरह से फिल्म के सिनेमटोग्राफर को जाता है। फिल्म की बेहतरीन सिनेमटोग्राफी और इस फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर फिल्म का असली हीरो है। देखकर लगने वाला डर ये दर्शाता है कि सिनेमेटोग्राफर ने शानदार काम किया है. बेहतरीन सिनेमेटोग्राफी और असरदार बैकग्राउंड स्कोर इस फिल्म का असली हीरो है.
क्यों देखे ये फिल्म
अगर आप सोनम कपूर के फैन है तो आप इस फिल्म को एकबार जरूर देखे। सोनम कपूर को ऐसे अवतार में आपने इससे पहले किसी फिल्म में नही देखा होगा।
क्या हैं खामियां
फिल्म काफी बिखरी हुई सी लगती है। कभी कभी ये फिल्म अपने प्लॉट से बिल्कुल ही बिखरी हुई सी नजर आती है। यही वजह है कि आप इस फिल्म को स्किप भी कर सकते है।
blind movie review in hindi
Movie Review | ब्लाइंड |
कलाकार | सोनम कपूर , पूरब कोहली , विनय पाठक और लिलेट दुबे आदि |
लेखक | शोम मखीजा और सुदीप निगम |
निर्देशक | शोम मखीजा |
निर्माता | सुजॉय घोष , अविषेक घोष , ह्युनवू थॉमस किम , सचिन नाहर , पिंकेश नाहर , मनीष डब्ल्यू और ज्योति देशपांडे |
रिलीज | 7 जुलाई 2023 |
ओटीटी | jio cinema |
रेटिंग | 2/5 |