Chhatriwali Movie Review in hindi, अभी हाल ही में जी फाइव पर एक फिल्म रिलीज हुई है जिसका नाम है छतरीवाली। इस फिल्म में रकुल प्रीत सिंह ने लीड रोल प्ले किया है। इसलिए हम आपको इस फिल्म का पूरा लगने वाली है

Chhatriwali Movie Review in Hindi
भारत में सेक्स एक वर्जित विषय माना जाता है भले ही भारत जनसंख्या के मामले में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश बन गया हो। लेकिन सेक्स एजुकेशन को लेकर हमारे देश में कभी खुलकर बात नहीं होती। छतरीवाली समाज के इसी वर्जित माने जाने वाले विषय पर खुलकर बात करती हुई दिखाई देती है।
ये एक बहुत ही शानदार फिल्म है। जिसको आपको अपने पूरे परिवार के साथ देखना चाहिए। ऐसा नही कि पहली बार कोई ऐंसी फिल्म आई है जिसमे सेक्स ऐजुकशन को लेकर खुलकर बात की गई है। इससे पहले भी जनहित में जारी जैसी फिल्मे आ चुकी है। लेकिन हमारे देश की समस्या ये है कि ऐसी जो सेक्स पर बात करती है। उनको पूरी तरह से हाशिये पर धकेल दिया जाता है।
छतरीवाली फिल्म की कहानी हरियाणा पर बेस्ट है। हरियाणा भारत का एक ऐसा राज्य है जहा लडको के मुकाबले लड़कियों की सख्या पूरे देश में काफी कम है। यहा कन्या भ्रूण हत्या पूरे देश में सबसे ज्यादा होती है। यही वो राज्य है जहा के लोग सभोंग के दौरान कंडोम पहने को अपनी बेइज्जती समझते है। ये मानसिकता ना के केवल हरियाणा बल्कि पूरे देश में पाई जाती है। समाज की इसी मानसिकता पर छतरीवाली खुलकर बात करती हुई दिखाई देती है।
इस फिल्म में रकुल प्रीत सिंह ने सान्या नाम की एक केमिस्ट्री टीचर की भूमिका निभाई है। सान्या एक बहुत ही सौम्य और शांत स्वभाव की लड़की है। बाद में सान्या की जाब कंडोम टेस्टिग की एक कम्पनी इमें लग जाती है। यहा से उसे ये समझ में आने लगता है कि सेक्स को लेकर समाज में जागरूकता ना होने की वजह से लडकियों को किस तरह की चुनौतियों और तकलीफो का सामना करना पड़ता है। सान्या शुरूआत अपने घर से करती है और अपने पति को संभोग के दौरान कड़ोम पहनने के लिए राजी करती है। घर में सेक्स ऐजकेशन को लेकर जागरूकता फैलाने के बाद सान्या अपनी झिझक को तोड़ते हुए अपने रिश्तेदारो और पडोसियों को भी कंडोम के फायेदे गिनाने निकल जाती है। शुरूआत में सान्या को कई तरह के तानो और रूढिवादी मान्यताओ का सामना करना पड़ता है। लेकिन बाद में वो अपने संदेश को लोगो तक पहुचाने में सफल हो जाती है।
अभिनय
छतरीवाली पूरी तरह से रकुल प्रीत सिंह Rakul Preet Singh Chhatriwali के कंधो पर टिकी हुई है। रकुल पिछले कई सालो से हिन्दी फिल्मो में काम कर रही है। लेकिन ये फिल्म पूरी तरह से उनकी फिलम है। इससे पहले वो जिन भी फिल्मो में दिखी उसका मेन करेक्टर उसका हीरो था। लेकिन छतरीवाली की हीरो वो खुद है। रकुल हीरो बनने की अपनी इस पहली अग्निपरिक्षा में पूरी तरह से पास हो गई है। एक रूढिवादी समाज की सोच को परिवर्तन करने के दौरान इन्सान किस तरह के मानसिक और सामाजिक पीड़ाओ से गुजरता है। उसको फिल्म में रकुल ने सान्या बनकर काफी अच्छे से जिया है।
पटकथा और लेखन
इस फिल्म को तेजस प्रथा और विजय देओस्कर ने लिखा है। इस फिल्म में खूबी ये है कि ये कभी भी अपने विषय से भटकती हूुई दिखाई नही देती है। फिल्म देखते कभी कभी ऐसा जरूर लगता है कि आप जनहित में जारी का पार्ट टू देख रहे है। ऐसा लगना जरूरी भी था कि इस फिल्म की स्टोरीलाइन ही कुछ ऐसी थी। लेकिन जब आप इस फिल्म को पूरा देखेगे तो ये फिल्म आपको जनहित में जारी से बिलकुल अलग फिल्म दिखाई देगी।
Chhatriwali Movie Review in Hindi : अन्तिम शब्द
छतरीवाली आज के दौर की एक बहुत ही जरूरी फिल्म है। ये एक ऐसी फिल्म है जिसे देश के हर स्कूल में दिखाना सरकार को अनिवार्य कर देना चाहिए। सेक्स ऐजुकेशन और स्कूल के बीच जो गैप है। ये फिल्म इस गैप को भरने का काम करती है। अगर आपके बच्चे है तो आपको ये फिल्म अपने बच्चो के साथ थियेटर में जाकर जरूर देखना चाहिए।
Chhatriwali Movie Review in Hindi
क्यो देखे – ये फिल्म एक ऐसे मुद्दे पर बात करती है। जिसपर बात करना जरूरी तो है। लेकिन एक अजीब सी झिझक के चलते कोई उस विषय पर बात करना ही नही चाहता।
क्यो ना देखे– अगर आपको वीएफएक्स से भरपूर एक्शन फिल्म देखने का शौक है। तोू इस फिल्म से दूर रहे। क्योकि इस फिलम में ऐसा कुछ भी नही है।

Chhatriwali movie OTT release date | 20 जनवरी 2023 |
Chhatriwali movie trailer | click here to watch the trailer |
Chhatriwali movie release date | 20 जनवरी 2023 |
Chhatriwali ZEE5 | click here to watch the the movie on zee |
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इशात जैदी एक लेखक है। इन्होने पत्रकारिता की पढाई की है। इशात जैदी पिछले कई सालों से पत्रकारिता कर रहे है। पत्रकारिता के अलावा इनकी साहित्य में भी गहरी रूचि है।