Hardik Patel Biography in hindi | हार्दिक पटेल का राजनीति सफर

इस लेख में हम आपको हार्दिक पटेल (Hardik Patel Biography in hindi) के बारे में विस्‍तार से बताने वाले है

2015 में गुजरात में हुए पटेल आंदोलन की वजह से देश भर में फेमस होने वाले हार्दिक पटेल (Hardik Patel Biography in hindi) ने 2019 में कॉग्रेस पार्टी में शामिल हुए थे। तब ऐसा माना जाता था कि कॉगेस पार्टी को हार्दिक पटेल के रूप से में एक ऐसा युवा नेता मिल गया है। जो गुजरात जैसे बीजेपी के कब्‍जे वाले राज्‍य में कॉग्रेस पार्टी को सत्‍ता तक पहुंचा सकता है। कॉग्रेस पार्टी ने 11 जुलाई 2020 को हार्दिक पटेल को गुजरात में कॉग्रेस पार्टी का कार्यकारी अध्‍यक्ष भी बनाया था। लेकिन महज दो सालो में ही हार्दिक का कॉग्रेस पार्टी से मोहभग गया। हार्दिक पटेल ने 18 मई 2022 को कॉग्रेस पार्टी से इस्‍तीफा दे दिया। अब पाटीदार समुदाय के इस युवा नेता को लेकर ये चर्चा हो रही है कि वो बहुत जल्‍द बीजेपी को ज्‍वाइन करने वाले है। हार्दिक पटेल एक आम युवा छात्र नेता से पाटीदारो के नेता कैसे बने। क्‍या है उनकी राजनीति और क्‍यो बीजेपी के खिलाफ आवाज उठाने वाले हार्दिक पटेल कॉगेस पार्टी छोडकर दोबारा बीजेपी में जाने वाले है। इस लेख में हम आपको इन्‍ही सब सवालो के जवाब देने वाले है। हम इस लेख में हार्दिक पटेल की जिन्‍दगी के बारे में विस्‍तार से चर्चा करने वाले है
READ ALSO-sidhu moosewala biography in hindi | सिद्धू मूसेवाला की कहानी

Hardik Patel Biography in hindi

Hardik Patel Biography in hindi : हार्दिक पटेल का सक्षिप्‍त परिचय

नामहार्दिक पटेल
जन्मदिन (Birth date)20 जुलाई 1993
माता (Mother)उषा पटेल
पिता (Father)भरत पटेल
बहन (Sister)मोनिका पटेल
शिक्षाबैचलर ऑफ कॉमर्स
स्कूलदिव्य ज्योत हाई स्कूल, वीरमगाम, केबीशाह विनय मंदिर
कॉलेजश्री सहजानंद आर्टस एंड कॉमर्स कॉलेज, अहमदाबाद
पेशाराजनीतिज्ञ
वैवाहिक स्थितिविवाहित
शादी की तारीख27 जनवरी 1993
पत्नी (Wife)किंजल पटेल

Hardik Patel Biography in hindi : पढ़ने लिखने में कभी भी अच्‍छे नही थे हार्दिक पटेल

गुजरात के युवा नेता आज भले ही जनता के बीच एक पढ़े लिखे नेता की छवि रखते हो। लेकिन सच्‍चाई ये है कि वो पढाई में कभी भी अच्‍दे नही रहे है। उनके पिता भरत पटेल गुजरात के एक ठीक ठाक बिजनेस मैन है। जिसकी वजह से हार्दिक पटेल को हमेशा पढाई करने का अच्‍छा मिला। हार्दिक पटेल ने अपने छठी तक की पढाई विरमगाव के दिव्‍य ज्‍योति स्‍कूल से की थी।
इस स्‍कूल से छठी तक की पढाई करने के बाद हार्दिक पटेल के. बी. शाह मन्दिर में आगे की पढाई करने के लिए चले गये। य‍हा से से पढाई की पढाई पूरी करके वो उन्‍होने सहजानंद कॉलेज ज्‍वाइन किया। उन्‍होने इस कॉलेज से बीकॉम की पढाई की। एक रिपोर्ट की माने तो उन्‍होने बीकॉम की पढाई 49.6 फीसदी अंको के साथ पास की है।

पटेल पढने लिखने में भले ही कमजोर रहे हो लेकिन राजनीति करना उन्‍होने अपने छात्र जीवन में ही सीख लिया था। अपने ग्रेजुएशन की पढाई के दौरान ही उन्‍होने विरमगाम बस स्‍टैंड पर जनसेवा करना शुरू कर दी थी। उन्‍होने अपने कॉलेज में जनरल सेक्रेट्री का चुनाव भी जीता था। हार्दिक के पिता भरत पटेल भारतीय जनता पार्टी के एक एक्टिव कार्यकर्ता थे। उन्‍होने राजनीति का पाठ अपने पिता से बहुत कम उम्र में ही सीखना शुरू कर दिया था।
Read also- Singer KK 5 best song | केके के ये 5 गाने आपको हमेशा याद रहेगे

Hardik Patel Biography in hindi

Hardik Patel Biography in hindi : पाटीदार आंदोलन से हुई स्‍ट्रगल की शुरूआत

हार्दिक पटेल गुजरात के पटेल समुदाय से आत हैै। गुजरात में पटेल समुदाय सरकारी और निजि सेक्‍टर में आरक्षण की पिछले कई सालो से मांग उठा रहा है। गुजरात की सरकार पटेल समुदाय की इस मांग को पिछले कई सालो से नजरअंदाज करती आई है। पटेल की इसी समस्‍या को ध्‍यान में रखते हुए हार्दिक पटेल 31 अक्‍टूबर 2012 को अपने सामाज के युवा वर्ग के एक संगठन का हिस्‍सा बन गये। उन्‍होने इस युवाओ के इस ग्रुप के साथ जुडकर कई बेहतरीन काम किये जिसकी वजह से उन्‍हे एक महीने के अंदर ही विरमगाम यूनिट का प्रसिडेंट बना दिया गया। कुछ समय के बाद हार्दिक पटेल ने ये महसूस किया कि अगर पटेल समुदाय को आरक्षण दिलाना तो ये व्‍यापक और बड़ा आदोंलन करना पड़ेगा। इसी बात को ध्‍यान में रखते हुए हार्दिक पटेल ने पाटीदा अनामत समिति का गठन किया।
पाटीदार अनामत आन्‍दोलन समिति का गठन करने के बाद उन्‍होने 6 जुलाई 2015 को अपने पहली रैली गुजरात के विसनगर में की थी। इस रैली में हार्दिक पटेल को अपने समुदाय का व्‍यापक जनसर्मथन मिला। इसके बाद तो पटेल समुदाय के युवा आरक्षण की मांग को लेकर उनके पीछे जमा होने लगे। हार्दिक ने इसके बाद एक के बाद एक रैलिया की और उनके सपोर्टरो की सख्‍या लगातार बढने लगी।

जब हार्दिक पटेल को जेल में जाना पडा

Hardik Patel Biography in hindi

जनआदोलन के जरिये अपने समुदाय का सर्मथन जुठाने वाले हार्दिक पटेल अब पाटीदार आदोलन का मुख्‍य चेहरा बन चुके थे। वो गुजरात में जहा भी जाते उनके पीछे युवाओ की एक फौज चलने लगती। अपने समुदाय का आरक्षण दिलाने की माग को लेकर शुरू हुआ ये सघर्ष अब हिंसक भी हो उठा था। 2015 में हार्दिक पटेल की एक रैली के दौरान उनके समर्थको ने गुजरात के कई जिले को काफी ज्‍यादा नुकसान पहुंचाय। इस दौरान विसनगर में एक एफआईआर भी दर्ज हुई जिसमे हार्दिक पटेल को हिंंसा का दोषी बताया गया। इस दौरान ये भी खबर बनी कि हार्दिक पटेल की रैलियो में आये युवाओ ने एक विधायक के ऑफिस ओर उसकी कार में आग लगा दी है।
इन्‍ही सब आरोपो के चलते हार्दिक पटेल (Hardik Patel Biography in hindi) को 2015 को भूख हडताल करना शुरू कर दिया। लेकिन इसी दौरान अहमदाबाद की पुलिस ने उन्‍हे गिरफ्तार कर लिया। उनके ऊपर आईपीसी की धारा 151 लगाई गई। हार्दिक पटेल की गिरफ्तारी के बाद तो उनके समुदाय का युवा वर्ग बुरी तरह से भडक उठा। गुजरात में हालत इतनी ज्‍यादा खराब हो गई कि गुजरात सरकार को कुछ इलाको में कंफ्यू लगाना पड़ा। इस दौरान स्थिति को काबू में करने के लिए गुजरात सरकार को इंडियन आर्मी की भी मदद लेनी पड़ी। इन्‍ही सब दबावो के चलते गुजरात सरकार को हार्दिक पटेल को बहुत जल्‍द रिहा करवाना पड़ा।

जब हार्दिक पटेल ने कॉग्रेस ज्‍वाइन की

कई सालो तक सडको पर जन आदेालन करने के बाद हार्दिक पटेल खुले तौर पर अपना समर्थन काग्रेस पार्टी को देने लगे। 2017 में गुजरात में हुए विधानसभा चुनावो में उन्‍होने अपने समुदाय के लोगो से खुल तौर पर भारतीय जनता पार्टी को वोट ना देने की अपील की। इन विधान सभा चुनावो की शुरूआत में उन्‍होने शिव सेना को अपना सर्मथन देने के बारे में सोचा था। लेकिन बाद में गुजरात में कॉग्रेस पार्टी के लिए चुनाव प्रचार करने लगे। उन्‍होने 2019 में आधिकारिक तौर पर कॉग्रेस पार्टी ज्‍वाइन कर ली। 11 जुलाई 2020 को कॉग्रेस पार्टी ने उन्‍हे गुजरात का कार्यकारी अध्‍यक्ष बना दिया।

Hardik Patel Biography in hindi

जब हार्दिक पटेल ने कॉग्रेस पार्टी से इस्‍तीफा दे दिया

हार्दिक पटेल ने कॉग्रेस पार्टी ज्‍वाइन करने केे बाद कुछ सालो तक इस पार्टी के लिए प्रचार किया। लेकिन फिर बहुत ही जल्‍द उनका कॉग्रेस पार्टी की गुजरात ईकाई के साथ मनमुटाव होने लगा। कुछ समय पर आन्‍तरिक कलह को छिपाने के बाद हार्दिक पटेल ने कॉग्रेस पार्टी के नेताओ के खिलाफ खुलकर बोलना शुरू कर‍ दिया। उन्‍होने कॉग्रेस की गुजराती नेताओ पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये नेता सिर्फ आलाकमान में बैठे हुए नेताओ को खुश करने में लगे हुए। जनता के मुद्दे से ज्‍यादा इन नेताओ को इस बात की फ्रिक रहती है दिल्‍ली से आये नेताओ केा चिकन बटर ठीक से मिला या नही। उन्‍हे कॉग्रेस पार्टी के नेताओ से ये भी शिकायत थी कि जब उनके पिता की मौत हुई तो पार्टी का एक भी नेता उन्‍हे सात्‍वना देने तक नही आया। कॉग्रेस पार्टी के ऊपर इस तरह का आरोप लगाते हुए 19 मई 2022 को उन्‍होने कॉग्रेस पार्टी से इस्‍तीफा दे दिया। कॉग्रेस पार्टी से इस्‍तीफा देने के बाद उन्‍होने ये इशारे देने शुरू कर दिये है कि वो बहुत जल्‍द भारतीय जनता पार्टी को ज्‍वाइन करने वाले है।

हार्दिक पटेल की लव स्‍टोरी

जब भी हार्दिक पटेल (Hardik Patel Biography in hindi) की बात होती है तो सिर्फ उनके जनआदोलन और राजनीति की ही चर्चा होती है। लेकिन बहुत कम लोगो को मालुम है कि गुजरात के पाटीदार समाज के इस नेता की एक लव स्‍टोरी भी है। हार्दिक पटेल अपनी बहन मोनिका पटेल की दोस्‍त किंजल को बचपन से ही पसन्‍द करते आये है। किंजल इस वक्‍त हार्दिक पटेल की पत्‍नी है। हार्दिक पटेल ने 27 जनवरी 2019 को किंजल से शादी की थी। किंजल बीए और एमए कर चुकी है। अपनी पत्‍नी किंजल को लेकर बात करते हुए एक बार हार्दिक पटेल ने बताया था। उन्‍होने बताया था वो किंजल को तब से पसन्‍द करते आये है जब से वो उनकी बहन मोनिका से मिलने के लिए उनके घर आया जाया करती थी।

कौन है हार्दिक पटेल

गुजरात के युवा नेता हैं हार्दिक पटेल। जो हमेशा लोगों के लिए काम करना पसंद करते हैं

किस पार्टी से दिया हार्दिक पटेल ने इस्तीफा

कांग्रेस पार्टी से दिया हार्दिक पटेल ने इस्तीफा।

कब शुरू हुआ हार्दिक पटेल का राजनीतिक सफर

12 मार्च 2019 से शुरू हुआ हार्दिक पटेल का राजनीतिक सफर

किस अपराध में फसे हार्दिक पटेल

भड़काऊ भाषण और संपत्ति को क्षति पहुंचाने का लगा आरोप

Share and Enjoy !

Shares

Leave a Reply