Kamal khan ndtv biography (birth, education, career, family, kids, awards, death)
यू तो टीवी पर आप रोजाना हजारो न्यूज चैनलो में काम करने वाले सैकड़ो पत्रकारों को देखते हो लेकिन इनमे से कुछ पत्रकार ही ऐसे होते है जो सच में ईमानदारी से अपने काम को अंजाम देते है। जिनके बारे में ये कहा जा सकता है कि कि वो जनता की आवाज को सत्ता के गलियारों तक पहुंचाते है। आज हम आपको आपको जिस पत्रकार के बारे में बताने वाले हैं वो कुछ इसी नेचर के पत्रकार थे। एक ऐसे पत्रकार जिन्हे अपने पत्रकारिता के कर्म को धर्म की तरह निभाया।
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एनटीडीवी पर कमाल की पत्रकारिता करने वाले हम जिस पत्रकार का जिक्र कर रहे है। उनका नाम है कमाल खान । कमाल खान की 14 जनवरी 2020 को अचानक आर्ट अटैक से मौत (ndtv journalist kamal khan diet) हो गई। वो सिर्फ 61 साल के थे और लगातार अच्छी पत्रकारिता कर रहे थे। उन्होने अपनी पत्रकारिता के दम पर देश भर में अपना काफी इज्जत और शोहरत हासिल की। आज इस लेख में हम देश के इस बेहद कमाल पत्रकार की मुकम्मल कहानी (kamal khan ndtv biography) बताने वाले है।Alon musk biography in hindi | एलन मस्क की कहानी

Kamal khan ndtv biography
पिछले कई सालो से पत्रकारिता के क्षेत्र में एक्टिव रहे कमाल खान (biography of kamal khan) का जन्म 1959 में लखनऊ के एक बेहद ही मध्य वर्गीय परिवार में हुआ। उनका बचपन लखनऊ में ही बीता। बचपन से ही कमाल खान को लिखने पढ़ने का काफी शौक रहा है। अपनी स्कूल की किताबो के अलावा भी जो किताब भी उनके हाथ लगती वो उसे पढ डाला करते थे। कमाल खान (kamal khan diet by heart attack) को साहित्य की किताबे पढ़ने का भी काफी शौक रहा है। उन्हे कई शायरों और कवियो की कविताये जबानी याद हुआ करती थी इन शायरो की रचनाओ का उपयोग वो अक्सर अपनी मीडिया रिर्पोट में भी किया करते थे।
Kamal khan ndtv biography : kamal khan education

जैसा कि हम आपको पहले ही बता चुके है कि कमाल खान पढाई लिखाई में अपने बचपन के दिनो से ही काफी ज्यादा होशियार थ। उनका बचपन लखनऊ में ही बीता है। उन्होने अपने शैक्षिक जीवन की शुरूआत भी लखनऊ के ही एक स्कूल से की। अपनी प्रांरम्भिक शिक्षा पूरी करने के बाद वो लखनऊ यूनिवसिर्टी में एडमीशन ले लिया। उन्होने अपने स्नातक और एमए की पढ़ाई इसी यूनिवसिर्टी से की है। उन्होने लखनऊ यूनिवर्सिटी से इंग्लिश में एमए किया है। इंग्लिश में एमए करने के बाद उन्होने रशियन भाषा में एडंंवास डिप्लोमा भी किया है।
रूस जाकर काम करना चाहते थे कमाल खान
अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद कमाल खान का सपना रूस में काम करने का था। यही सोचकर उन्होने रशियन भाषा का कोर्स किया था ताकि इस कोर्स को करने के बाद उनके लिए रूस जाने का रास्ता खुल जाये। लेकिन उनका ये सपना तब टूट गया जब उनके जाने से ठीक पहले उनके पिता की तबियत खराब हो गई। अब वो अपने बीमार पिता को छोड़कर को रूस नही जा सकते थे। इसलिए उन्होने रूस जाने के अपने इरादे को परित्याग कर दिया और लिखने पढ़ने में अपना दिल लगाने लगे। वो देश में उस वक्त हो रही घटनाओ के बारे में अपने विचारो को व्यक्त करते हुए लेख लिखा करते थे1 उनको लेखो को पढ़कर उनके एक दोस्त ने उन्हे पत्रकारिता में जाने की सलाह दी। अपने दोस्त की सलाह पर उन्होने 1990 में नवभारत टाइम्स के लखनऊ कार्यालय से अपने पत्रकारिता के जीवन की शुरूआत की
जब पत्रकारिता के क्षेत्र में आये कमाल खान
कमाल खान (kamal khan ndtv biography) ने पत्रकारिता में अपने कैरियर की शुरूआत 1990 में नवभारत टाइम्स के लखनऊ कार्यालय से की। उनके पास रशियन भाषा की अच्छी खासी जानकारी थी। इसलिए वो नवभारत टाइम्स में रशियन भाषा के ट्रासलेटर के रूप में काम किया करते थे। कमाल खान ने लगभग 3 वर्षो तक इस अखबार में काम किया। बाद में 1993 में ये अखबार बन्द हो गया। नवभारत टाइम्स के बन्द होने के बाद उस वक्त के जाने माने पत्रकार विनोद शुक्ल ने कमाल खान को अपने अखबार में काम करने का मौका दिया। इसके बाद के कई वर्षो तक उन्होने विनोद शुक्ल के अखबार में काम किया।
जब एनडीटीवी में आये कमाल खान
कमाल खान ने पत्रकारिता तो 1990 में ही शुरू कर दी थी। लेकिन उन्हे असली कामयाबी तब मिली जब वो एनटीडीवी के साथ जुड़। कमाल खान और एनटीडीवी का कनेक्शन हुआ 1994। ये वो दौर था जब एनडीटीवी ने इंडिया में शुरूआत ही की थी। उन्होने एनडीटीवी में पत्रकारिता की शुरूआत एक रिपोटर के तौर पर थी लेकिन धीरे धीरे कदम दर कदम पर अपने स्किल को निहारते हुए वो इस चैनल में यूपी के सपांदक के पद पर पहुचें। उन्होने एनडीटीवी में बतौर ऐंकर भी काम किया है। इस चैनल पर यूपी को लेकर जितनी भी खबरे दिखाई जाती थी उनमे कमाल की लेखनी का बड़ा कमाल रहता था।
Kamal khan ndtv biography: kamal khan personal life

कमाल खान भले ही इस देश के एक बेहद कामयाब और फेमस पत्रकार बन गये थे लेकिन उन्होने खुद को हमेशा एक फैमिली मैन ही समझा। वो अक्सर कहा करते थे कि भले ही आप कितने भी कामयाब हो जाये लेकिन आपकी पर्सनल जिन्दगी पर उस कामयाबी का कोई असर नही पड़ना चाहिए। उन्होने इस बात को बकायदा अपनी जिन्दगी पर अमल भी किया था। एक पत्रकार के अलावा उन्होने खुद को हमेशा एक फैमिली मैन ही माना जो आफिस से आने के बाद अपने परिवारिक जिम्मेदारियों में उलझ जाता है। कमाल खान की पत्नी (kamal khan ndtv wife) का नाम रूचि है।
कमाल खान और रूचि की पहली मुलाकात टाइम्स ऑफ इंडिया के ऑफिस में हुई थी। शादी करने से पहले तकरीबन दो साल तक दोनो ने एक दूसरे को डेट भी किया था। कमाल खान मुसलमान थे और रूचि हिन्दू। इसलिए उन्होने अपनी शादी स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत की थी। कमाल खान ने अपने एक इन्टरव्यू में अपनी पत्नी को लेकर ये बताया था कि उनकी शादी के 6 महीने होने के बाद भी उनकी मां अक्सर उनसे ये पूछा करती थी कि रूचि की जाति क्या है। अपनी मां के इस सवाल को वो हसंकर डाल दिया करते थे। वैसे आपको बता दे कि कमाल खान का एक बेटा भी है उनके बेटे का नाम अमन है।
Kamal khan ndtv biography:kamal khan awards
- रामनाथ गोयनका अवार्ड
- गणेश शंकर विधार्थी अवार्ड
- पर्यावरण पर बेस्ट रिपोटिग के लिए अवार्ड
- दक्षेश देशो की सस्था सार्क दृारा सार्क कंट्री राइटर अवार्ड

इशात जैदी एक लेखक है। इन्होने पत्रकारिता की पढाई की है। इशात जैदी पिछले कई सालों से पत्रकारिता कर रहे है। पत्रकारिता के अलावा इनकी साहित्य में भी गहरी रूचि है।