Sharad Yadav Biography in hindi | शरद यादव का जीवन परिचय

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पूर्व केंद्रीय मंत्री और जनता दल पार्टी के पूर्व अध्‍यक्ष शरद यादव का 12 जनवरी 2023 को 75 साल की उम्र में स्‍वर्गवास हो गया। शरद यादव की गिनती देश के सबसे ईमानदार नेताओ में होती थी। शरद यादव ने बिहार की राजनीति में अपने दम पर अपना एक अलग मुकाम हासिल किया था। पिछले कई दिनो से किडनी से बीमारी से जूझ रहे शरद यादव गुरूग्राम के फोर्टिस अस्‍पताल में भर्ती थे। शरत यादव की मृत्‍यू की खबर उनकी अपनी बेटी शुभाषिनी ने दी। शरद यादव के दामाद राजकमल ने उनकी मृत्‍यू को लेकर मीडिया को बताया कि उनको कार्डियक अटैक आया था। इस लेख में हम आपको शरद यादव की जिन्‍दगी के अलावा उनके राजनीतिक सफर के बारे में विस्‍तार से बताने वाले है।

Sharad Yadav Biography in hindi

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शरद यादव राष्‍ट्रीय जनता दल के एक सीनियर नेता थे। शरद यादव ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थे। वो सात बार लोकसभा और तीन बार बार जनता दल के कोटे से राज्‍यसभा के सदस्‍य भी बन चुके है। उन्‍होने 2003 से लेकर 2016 तक जनता दल (यूनाइटेड) नेशनल प्रेसिडेंट पद का भार भी सभांला है।

शरत यादव एक बेहद ही निर्भीक और तेजतर्रार नेता थे। वो सामाजिक आंदोलनो के चलते कई बार जेल भी जा चुके है। उन्‍होने सबसे पहले 1974 में जेपी आंदोलन के दौरान मध्‍यप्रदेश के जबलपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ा था। अपने पहले ही चुनाव में शरद यादव को जबरदस्‍त जीत मिली थी। उन्‍होने 1977 में फिर जबलपुर से ही लोकसभा का चुनाव लडा है। 1977 के लोकसभा चुनावो में वो जीतकर संसद पहुंचे थे।

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Sharad Yadav Biography in hindi (जन्‍म और शिक्षा)

शरद यादव का जन्म मध्य प्रदेश के होशंगाबाद के बंदाई गांव के एक किसान परिवार में हुआ था। वह 1 जुलाई 1947 को जन्मे थे । किसान परिवार में पैदा होने के बावजूद शरद यादव को शुरूआत से पढ़ने लिखने का काफी शौक था। उन्‍होने अपनी पढाई की शुरूआत हायर सेकेंडरी स्‍कूल इटारसी से की थी। अपनी शुरूआती पढाई पूरी करने के बाद शरद यादव ने 1964 में जबलपुर के सांइस कॉलेज से बीएससी और 1970 में जबलपुर के कॉलेज और इंजीनियरिंग इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की थी। वो पढने इतने ज्‍यादा तेज थे कि उन्‍हे इंजीनियरिंग में गोल्‍ड मेडल हासिल किया था।

Sharad Yadav Family

शरद यादव की शादी 1989 में रेखा यादव से हुई थी। उनका एक बेटा और एक बेटी भी है। शरद यादव की बेटी का नाम सुभाषिनी राव है। सुभाषिनी राव ने 2020 विधानसभा इलेक्‍शन से पहले कॉग्रेस पार्टी ज्‍वाइन कर ली थी। शरद यादव की बेटी बिहारीगंज विधानसभा सीट से विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुकी है। लेकिन वो ये चुनाव हार गई थी।

शरद यादव के बेटे का नाम शांतनु है। शांतनु लंदन यूनिवसिर्टी से पोस्‍ट ग्रेजुएशन कर रहे है। शरद यादव के बेटे फिलहाल राजनीति से दूर है।

शरद यादव का राजनीतिक सफर (Sharad Yadav Political Career)

  • शरद ने अपने पॉलिटिकल कैरियर की शरूआत 1971 में छात्र राजनीति से कर दी थी। उन्‍होने सबसे पहले अपने जबल इंजीनियरिंग कॉलेज से छात्र संघ के प्रेसिडेंट का इलेक्‍शन लड़ा है। छात्र राजनीति में शरद यादव की पकड़ काफी मजबूत हुआ करती थी।
  • छात्र राजनीति के दौरान ही शरद यादव जेपी आंदोलन का हिस्‍सा बने थे। उस दौरान उन्‍होने कई क्रांतिकारी आंदोलनो में हिस्‍सा लिया था। इन आंदोलनो में हिस्‍सा लेने की वजह से ही उन्‍हे 1969, 1970, 1972 और 1975 में कई बार जेल भी जाना पड़ा। 
  • शरद यादव ने अपनी जिन्‍दगी का पहला बड़ा चुनाव 1974 में लड़ा था। उन्‍होने 1974 में जबलपुर लोकसभा सीटपर उपचुनाव में कॉग्रेस के खिलाफ विपक्ष के उम्‍मीदवार के तौर पर जबरदस्‍त जीत हासिल की थी। जब उन्‍होने अपना पहला चुनाव लड़ा था उस वक्‍त उनकी उम्र मात्र 27 साल थी।
  • सत्‍ता विरोधी आंदोलनो के चलते इंदिरा सरकार ने 1975 में आपातकाल लगा दिया। इस आपातकाल के दौरान कई नेताओ ने सत्‍ता और आपातकाल का विरोध कर अपनी एक अलग पहचान बनाई थी। जिनमे शरद यादव भी शामिल है।
  • शरद यादव मध्‍यप्रदेश के जबलपुर से दो बार लोकसभा का चुनाव जीत चुके है। साल 1986 में उन्‍होने राजसभा सदस्‍य के लिए चुना गया। लेकिन 1989 में वो मध्‍यप्रदेश छोड़कर उत्‍तर प्रदेश आ गये। वो उत्‍तर प्रदेश के बदायूं से भी लोकसभा का चुनाव लड़ चुके है। इस चुनाव में भी वो जीतकर लोकसभा पहुंचे
  • शरद यादव 90 के दशक में अटल बिहारी सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रह चुके है। वो वर्ष 1989 में वीपी सिंह सरकार में कपड़ा एवं खाद्य प्रसंस्करण मंत्री बने थे.
  • शरद यादव कई चुनाव जीतने के बाद 1990 में वापस बिहार आ गये। वो 1991 से लेकर 2014 तक लगातार 23 साल बिहार की मधेपुरा लोकसभा सीट से सांसद रहे. वो तकरीबन 23 सालो तक बिहार से जुडे रहे। ये जुडाव इतना गहरा हो गया कि अब तक लोग उन्‍हे बिहार का ही मानते है।
  • यारद यादव उन नेताओ में से एक है। जिन्‍होने जनता दल की नीव रखी थी साल 1995 में उन्‍हे जनता दल पार्टी का एग्‍जीक्‍यूटिव चेयरमेन नियुक्‍त किया गया । 1996 में जनता दल के टिकट पर वो पाचवी बार लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बने।
  • शरद यादव साल 1997 तक जनता दल के नेशनल प्रेसिडेंट बने रहे। इसके बाद साल 1998 में भारत के पूर्व रेल मंत्री जॉर्ज फर्नांडीस की सहायता से जनता दल यूनाइटेड पार्टी की स्थापना की. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के घटक दल होने के कारण शरद यादव फिर से केंद्र सरकार में मंत्री बने.
  • शरद साल 1999 में सिविल एविएशन मिनिस्टर और साल 2001 में केंद्रीय श्रम मंत्रालय में कैबिनेट मिनिस्टर बनाए गए. वर्ष 2004 में एक बार फिर राज्यसभा के सदस्य चुने गए.
  • साल 2009 में एक बार फिर संसद बने. लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण साल 2014 में मधेपुरा सीट से चुनाव लड़ा और उनके सामने जन अधिकार पार्टी के नेता पप्पू यादव थे और पप्पू यादव ने शारद को मात देते हुए जीत दर्ज की। 

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शरद यादव का जन्म कहाँ हुआ था

बंदाई गांव, होशंगाबाद, मध्यप्रदेश

शरद यादव का जन्म कब हुआ था

 1 जुलाई 1947

 शरद यादव का निधन कब हुआ?

12 जनवरी 2023 को

शरद यादव का निधन कहाँ हुआ?

गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में

 शरद यादव का निधन के समय उम्र कितनी थी?

75 साल

शरद यादव का गोत्र क्या है

बुंदेला

शरद यादव की शादी कब हुई थी

15 फरवरी 1989

शरद यादव की बेटी का क्या नाम है?

 सुभाषिनी राजा राव

शरद यादव की बेटे का क्या नाम है?

शांतनु

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