वैज्ञानिकों ने पृथ्वी के  केंद्र के पास विशालकाय की खोज की है 

वैज्ञानिकों ने पृथ्वी की सतह के नीचे के सभी महासागरों के आयतन के तीन गुना पानी के एक विकाश महासागर की खोज की है 

ये  पानी पृथ्वी के सबसे अतंरूनी हिस्से कोर और मेंटल के बीच के ट्रांजीशन जोन में पाया गया 

ऐसा अनुमान है कि भूमिगत महाद्वीप हमारे ग्रह का पुराना रूप हो सकता है

इसकी सबसे अधिक संभावना है कि यह ग्रह-रॉकिंग प्रभाव  से बच गया हो 

वैज्ञानिकों ने आइसलैंड और अंटार्कटिका के बैलेनी द्वीप के पुराने नमूनों के डेटा का नए भूगर्भीय नमूनों को हवाई उपयोग करके तैयार किया गया है 

इन क्षेत्रों में पृथ्वी के मेंटल से सतह की ओर ज्वालामुखी लावा का निष्कर्षण होता रहता है 

पृथ्वी के मेंटल से सतह तक आने वाली ज्वालामुखी लावा, आग्नेय चट्टानों में परिवर्तित हो जाता है 

मेंटल से पृथ्वी की सतह पर ज्वालामुखी लावा, स्तंभ जैसी संरचना के माध्यम से आता है 

इस स्तंभ रूपी संरचना को मेंटल प्लम कहते हैं 

भूमिगत चट्टानी महाद्वीप के नमूनों में हीलियम-3 जैसे बिग बैंग के दौरान के आइसोटोप विद्यमान हैं