श्री कृष्‍ण  अनमोल बातें 

खुशी मन की एक स्थिति है जिसका बाहरी दुनिया से कोई लेना-देना नही है। 

ज्‍यादा हंसने और बोलने वाला व्‍यक्ति अगर चुप हो जाये तो मान लेना कि वो भीतर से टूट चुका है

क्षमा दया और करूणा मनुष्‍य के अनमोल गुण है 

कर्म का फल व्‍यक्ति को उसी तरह ढूंढ लेता है, जैसे कोई बछड़ा सैकड़ो गायो के बीच अपनी मां को ढूंढ लेता है  दया और करूणा मनुष्‍य के अनमोल गुण है

प्रेम और आस्‍था दोनों पर किसी का जोर नही, ये मन जहा लग जाये, वही ईश्‍वर नजर आता है

प्रेम और आस्‍था दोनों पर किसी का जोर नही, ये मन जहा लग जाये, वही ईश्‍वर नजर आता है 

प्रेम और आस्‍था दोनों पर किसी का जोर नही, ये मन जहा लग जाये, वही ईश्‍वर नजर आता है 

जीवन में आधे दुख इस वजह से आते है क्‍योकि हमने उनसे आशाये रखी जिन से हमे नही रखनी चाहिए थी।